याद ना करो मुझे
इन बारिश के बोन्दो में, में हूँ
इन ठंडी ठंडी हवा ओ में, में हूँ
तुम्हे राहत पोहचाये उस छाया में, में हूँ
तुम्हारे परछाईए में, में हूँ |
क्यू की ओ रहेगी हर वक़्त साथ तुम्हारे
बस मेरी कमी जो तुम्हे मेहसूस हो
तो जलाकर दिया रख लेना सामंने तुम्हारे
बनके बाती जलती रहूंगी में उस में |
देखा करो तुम आईना मेरे तो मुस्कुराहट थी उस में लेकिन ,
अब मिलेगी होंठ पर तुम्हारे
अगर फिर भी तुम्हे मेरी याद सताए तो ज़िक्र करना मेरा
मैं तो पास ही रहूगी तुम्हारे
और सुनते रहूगी खुद की तारीफे लफ्ज़ो से तुम्हारे
मैं हूं हर वक्त हर पल साथ तुम्हारे
याद ना करो मुझे पर मिलती रहूगी में तुम्हे तुम्हारे सासो में और तुम्हारे धड़कनो में |
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