Zid
"तेरी टेसव्हर
अचि लागती थी
अब तेरा
नाम भी सुनेने
की
चाहत नाही
है
कभी तेरी
बाटे अचि लागती
थी
अब तेरा
शिकार हो तो
भी चुभन से
होता है
तुझसे प्यार किया
था अब नफरत
हाय
नफरत बकी
है
तू जो
निभाये वाफा मुजसे
उसका शुक्रिया
मगर अब
ना हो तुमसे
प्यार दो बर
मोहोबत कभी बदल
ना पायगी
लेकीन
नफरत के
आग जालागी
माई ते
था मोहोबत का
मेरा
अब नफरत
के आग ने
जाला डाला
अब ये
नफरत बडने लागी
है या
हाद से
आगे बडने लागी
है
ख्वाब देख करठे
तुम्हे
अब तुमहरे
तसवीर को जाला
जाला
के सोटे
है
तेरे जायसे
प्यार ना किस
से होगा
और ना
कभी क्या था
तुझे से बडकर
कोई नही
था ना ना
होगा
अब हू
है इटनी नफरत
के तू मार
भी
जय तो
गम नाही बस
जारी दिल पे
भरोसा नाही म्हण
कर ना बैठे
तुमसे प्यार ये
डोबारा
मेरे म्हणो
मै आभी भी
तुम्हारे
जुदा हैं
के आसू है
मागर असु
बनकर खुन
की बुंदे ताप्की
है
किंवा एक एक
बाउंड खोल के
कहाते है
बस नाफरत
हाय नफरात है
तुमसे
तुम्हे पणे की
झिड थो अब
तुम्हारे हसी मीता
दीना की झिड
है "
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